रूपेश हत्याकांड में न्यायालय का बड़ा आदेश, सरस्वती विसर्जन के दौरान मॉब लॉन्चिंग में हुई थी मौत
झारखंड के रूपेश हत्याकांड में उच्च न्यायालय ने केस सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया है। रूपेश के माँ के द्वारा न्यायालय के समक्ष याचिका दायर करके यह माँग किया गया था कि इस मामले को सीबीआई को सौंपा जाए। दरअसल, फरवरी माह में सरस्वती पूजा के विसर्जन के दौरान मॉब लॉन्चिंग करके मार दिया गया था। उच्च न्यायालय के इस फैसले के बाद भाजपा नेताओं ने न्यायालय का आभार जताया है।
Jharkhand High Court ordered a CBI probe in the death case of Rupesh Pandey who was killed in February this year when he was participating in an immersion procession in Hazaribagh. CBI probe was ordered after the court heard the petition of the deceased’s mother.
— ANI (@ANI) September 2, 2022
देवघर से सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने रूपेश हत्याकांड में सीबीआई जाँच का आदेश देने के लिए आभार व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट करके लिखा, “फ़रवरी 2022 में सरस्वती पूजा के दौरान रुपेश पांडेय की निर्मम हत्या मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कर दी थी। झारखंड सरकार अपराधियों तथा उनके पीछे की मंशा को बचाने का प्रयास कर रही थी। आज माननीय उच्च न्यायालय झारखंड ने न्याय किया। केस अब CBI देखेगी।”
फ़रवरी 2022 में सरस्वती पूजा के दौरान रुपेश पांडेय की निर्मम हत्या मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कर दी थी ।झारखंड सरकार अपराधियों तथा उनके पीछे की मंशा को बचाने का प्रयास कर रही थी।आज माननीय उच्च न्यायालय झारखंड ने न्याय किया ।केस अब CBI देखेगी। pic.twitter.com/cJpljvYwnn
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) September 2, 2022
झारखंड के पहले मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने भी न्यायालय के इस फैसले पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने ट्वीट करके लिखा, “बरही में मॉब लिंचिंग के शिकार हुए छात्र रूपेश पांडेय के न्याय के लिए झारखंड भाजपा शुरू से साथ खड़ी है। राज्य सरकार के द्वारा अपराधियों को बचाने की कोशिशों और जाँच के नाम पर लीपापोती किसी से छिपी नहीं है। इस हत्याकांड की जांच सीबीआई को सौंपने पर माननीय उच्च न्यायालय का बहुत बहुत आभार।
बरही में मॉब लिंचिंग के शिकार हुए छात्र #रूपेश_पांडेय के न्याय के लिए @BJP4Jharkhand शुरू से साथ खड़ी है।
राज्य सरकार के द्वारा अपराधियों को बचाने की कोशिशों और जाँच के नाम पर लीपापोती किसी से छिपी नहीं है।
इस हत्याकांड की जांच #CBI को सौंपने पर मा.उच्च न्यायालय का बहुत बहुत आभार pic.twitter.com/XtDK2Ck0Zz— Babulal Marandi (@yourBabulal) September 2, 2022