विवादों के बीच कश्मीर में चुनाव शुरु, अलगाववादी नेता ने किया है चुनाव का बहिष्कार
जम्मू कश्मीर में आज जिला विकास परिषद् चुनाव के पहले चरण की 43 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद ये पहला चुनाव है, और सभी विपक्षी पार्टियां धारा 370 को दोबारा बहाल करने की मांग कर रही हैं। आज से शुरू होने वाला यह चुनाव 19 दिसंबर तक चलेगा। जिसमे कुल आठ चरणों में वोट डाले जाएंगे। इस चुनाव में 1475 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना है। मतदान की प्रकिया सुबह सात बजे शुरू हो गई। यह दोपहर के दो बजे तक चलेगी।
लोगों में देखी जा रही भारी उत्साह
धारा 370 के निरस्त होने के बाद यह जम्मू कश्मीर का पहला चुनाव है। इसलिए इसे लेकर लोगों में भारी उत्साह देखा जा रहा। सुबह से ही लोगों की कतार देखने मतदान केंद्रों पर देखने को मिल रही है।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में कुल 280 निर्वाचन क्षेत्र है। कोरोना वायरस को देखते हुए पोलिंग बूथों पर सुरक्षा के भारी इंतज़ाम किए गए हैं। आपको बता दे कि डीडीसी चुनाव के साथ ही जम्मू कश्मीर में खाली पड़े सरपंचो और पंचो के भी चुनाव कराये जा रहे हैं।
विवादों में रहा है चुनाव
जम्मू कश्मीर में चुनाव हो और वो विवादों में नहीं आए, ये तो असंभव है। इस बार भी हाल अलग नहीं है। पहले विपक्षी पार्टियों के तरफ से चुनाव आयोग पर एकतरफा होने को लेकर टिप्पणी किया जा चूका है। इसके अलावा पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने धारा 370 को दोबारा लागु करने कि मांग करके एक नए विवाद को तूल दिया।
कश्मीर के जाने माने अलगाववादी नेता सैयद शाह गिलानी ने इस चुनाव के बहिष्कार को लेकर आवाज़ उठाई। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब हम आज़ादी की मांग कर रहे हैं,चुनाव कराया जा रहा है। हर वो पार्टी जो इस चुनाव में भाग ले रही है, कश्मीर और कश्मीर के लोगों के खिलाफ है।