ज्ञानवापी मामले में हिन्दू पक्ष की माँग- शिवलिंग की वैज्ञानिक जाँच हो
ज्ञानवापी मामले में हिन्दू पक्ष ने शिवलिंग की वैज्ञानिक जाँच करने का आग्रह किया है। साथ ही हिन्दू पक्ष के द्वारा न्यायालय से शिवलिंग के स्थान का कार्बन डेटिंग का भी माँग किया गया है। यह बातें हिन्दू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने न्यायालय में गुरुवार को सुनवाई के बाद मीडिया को बताया है। बता दें, बनारस स्थित ज्ञानवापी परिसर के सर्वे के दौरान एक काले रंग का पत्थर मिला था। मुस्लिम पक्ष ने इसे फव्वारा बताया है और हिन्दू पक्ष ने इसे शिवलिंग बताया था। नमाज़ पढ़ने से पहले लोग यही वजू किया करते थे।
हिन्दू पक्ष के वकील शंकर जैन ने जानकारी देते हुए कहा, “आज हमने मांग की कि शिवलिंग की वैज्ञानिक जांच हो और ASI द्वारा एक कमीशन जारी किया जाए। आज मुस्लिम पक्ष ने 1-2 प्वॉइंट को छोड़कर अपनी तरफ से कोई नई बहस नहीं की है।” उन्होंने आगे कहा, “हमने कार्बन डेटिंग और शिवलिंग की वैज्ञानिक जांच की मांग की जिस पर उन्होंने कहा कि शिवलिंग की कार्बन डेटिंग नहीं हो सकती है जबकि हमने शिवलिंग की कार्बन डेटिंग नहीं मांगी है। हमने शिवलिंग के नीचे जो अर्घा है उसकी हमने कार्बन डेटिंग मांगी है।” यहाँ गौर करने वाली बात यह है कि कुल 5 महिला वादियों में से एक महिला वादी कार्बन डेटिंग के विरोध में हैं और चार वादी पक्ष में है।
हमने कार्बन डेटिंग और शिवलिंग की वैज्ञानिक जांच की मांग की जिस पर उन्होंने कहा कि शिवलिंग की कार्बन डेटिंग नहीं हो सकती है जबकि हमने शिवलिंग की कार्बन डेटिंग नहीं मांगी है। हमने शिवलिंग के नीचे जो अर्घा है उसकी हमने कार्बन डेटिंग मांगी है: हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 29, 2022
गौरतलब है कि पिछले दिनों न्यायालय ने इस केस को योग्य मानते हुए सुनवाई चलाने का आदेश दे दिया था। मुस्लिम पक्ष के द्वारा प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 का जिक्र करते हुए कहा गया था कि यह मामला सुनवाई के योग्य है ही नहीं। लेकिन हिन्दू पक्ष के द्वारा दिये गए तथ्यों के आधार पर मुस्लिम पक्ष के दावे को खारिज कर दिया गया था। जिला न्यायालय के इस फैसले के खिलाफ मुस्लिम पक्ष ने हाई कोर्ट जाने की बात कही थी।