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मेंगलुरु ऑटो रिक्शा ब्लास्ट केस पर बोले DGP प्रवीण सूद- NIA पहले ही जांच में शामिल

मेंगलुरु ऑटो-रिक्शा विस्फोट (Mangaluru Auto Blast) मामले में आज कर्नाटक के DGP प्रवीण सूद (DGP Praveen Sood) ने बताया कि, अब जांच के लिए, NIA और अन्य केंद्रीय एजेंसियां शुरू कर  से जांच में लगी हैं। आज उन्होंने बताया कि, “NIA और अन्य केंद्रीय एजेंसियां शुरू से ही जांच में जुटी हैं। हालांकि इन मामलों में वित्तीय लेन-देन होते हैं इसलिए कई बार हम ED को शुरू से ही शामिल करते हैं। इस बार भी जरुरत पड़ने पर इन्हें औपचारिक रूप से इसे उचित समय पर साथ में ले लिया जाएगा।

यह पूछे जाने पर कि क्या क्या मंगलुरु ऑटो ब्लास्ट के आरोपियों की कोई बड़ी योजना थी? इस पर उन्होंने बताया कि, आतंकवादी गतिविधि से लोगों और संपत्ति को नुकसान हो सकता है लेकिन बड़ा उद्देश्य विभिन्न समुदायों के बीच असंतोष पैदा करना, देश को अस्थिर करना और अशांति पैदा करना है। तो वे उद्देश्य इस कांड निश्चित रूप से हैं। इसके साथ ही उन्होंने आगे बताया कि, “मैं तमिलनाडु और केरल के DGP के संपर्क में हूं। हम इसके पीछे जुड़े लोगों को खोजने के लिए एक सामान्य उद्देश्य की दिशा में काम कर रहे हैं।” 

गौरतलब है कि, मेंगलुरु ऑटो-रिक्शा विस्फोट मामले में आरोपी शारिक पहले भी UAPA के तहत मामलों में शामिल रहा है और वह कई समय से फरार था।इस मामले पर ADGP आलोक कुमार ने बताया कि, आरोपी के खिलाफ 3 मामले भी दर्ज हैं। इनमें से दो मेंगलुरु में और एक शिवमोग्गा जिले में दर्ज हुए है। इसके पहले दो मामलों में उसे UAPA केस में गिरफ्तार किया गया था। जबकि, तीसरे केस में वह पहले से ही वांछित था।बता दें कि, बीते 19 नवंबर की रात करीब 7:40 बजे मेंगलुरु शहर के बाहर एक कम तीव्रता वाला विस्फोट एक ऑटो में हुआ था। इस घटना में यात्री और चालक दोनों ही झुलस गए थे।