और हो सकता है तेज किसान आंदोलन, कल एक बार फिर होगी सरकार और किसानों के बिच बातचीत
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किसान आंदोलन का सांतवा दिन है। अपनी माँगो को लेकिन किसान अड़े हुए हैं। वे साफ तौर पर चाहते हैं कि सरकार नए कृषि कानून को निरस्त करे तभी वो आंदोलन बंद करेंगे, अन्यथा यूँही दिल्ली को घेरे रहेंगे।
आपको बता दे कि कल किसानों और सरकार के बिच में एक लम्बी बातचीत चली। इस बातचीत में केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल और नरेंद्र सिंह तोमर शमिल थे। इसके साथ ही किसानों के तरफ से बातचीत करने के लिए 35 किसान प्रतिनिधि गए हुए थे।
क्या हुआ बातचीत में
इस मीटिंग में सरकार के तरफ से किसानों को समझाने की कोशिश की गई। उन्हें प्रेजेंटेशन के जरिए इस बिल के बारे में और इसके फायदे के बारे में बताया गया। लेकिन किसान इस बात पर अड़े रहे कि MSP को भी इस कानून में लाया जाए। उनके तरफ से और भी कई खामियां गिनवाई गई। उसके बाद सरकार के तरफ से बोला गया कि इस कानून को लेकर किसानों की जो भी समस्याएँ हैं उसे लिखित रूप में दिया जाए,फिर सरकार इसके ऊपर विचार करेगी।
किसान लिखित रूप में आज बताएंगे सरकार को इस बिल की खामियां
किसानों के तरफ से आज केंद्र सरकार को कृषि कानून को लेकर किसानों की जो भी मांगे है,बताया जाएगा। इसके बाद कल दूसरे दौर की मीटिंग होगी, जिसमें किसान सरकार के साथ बात करके इसका कोई समाधान निकालने की कोशिश कर सकते हैं।
तेज हो सकती है आंदोलन
किसानों के तरफ से बार – बार बोला जा रहा है कि अगर सरकार उनकी बात नहीं मानेगी, तो ये आंदोलन यूँ ही जारी रहेगा। इसके साथ ही उन्होंने इस बात की चेतावनी भी दी है कि ये आंदोलन और तेज हो सकता है।