उच्च शिक्षा के लिए महिला नामांकन में 18.2%की वृद्धि: शिक्षा मंत्रालय
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आज उच्च शिक्षा पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण 2019-20 की रिपोर्ट जारी करने को मंजूरी दी। रिपोर्ट से पता चला है कि राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों (आईएनआई) की संख्या 2015 में 75 से बढ़कर 2020 में 135 हो गई है।
पिछले पांच वर्षों में पीएचडी करने वालों की संख्या में भी 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 2015-16 से 2019-20 तक पिछले पांच वर्षों में छात्र नामांकन में 11.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। एआईएसएचई की रिपोर्ट के अनुसार, इस अवधि के दौरान उच्च शिक्षा में महिला नामांकन में 18.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
पोखरियाल ने कहा कि 2015-16 से 2019-20 तक पिछले पांच वर्षों में छात्र नामांकन में 11.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इस अवधि के दौरान उच्च शिक्षा में महिला नामांकन में 18.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लड़कियों की शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों के सशक्तिकरण पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार का निरंतर ध्यान उच्च शिक्षा में महिलाओं, एससी और एसटी आबादी की बढ़ती भागीदारी से अच्छी तरह से दिखती है, जैसाकि इस रिपोर्ट में दिखाया गया है।
राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने कहा, “इस रिपोर्ट में प्रकाशित परिणाम देश के उच्च शिक्षा क्षेत्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अपनाई गई नीतियों की सफलता के संकेतक हैं। मुझे उम्मीद है कि यह रिपोर्ट हमारे नीति निर्माताओं को देश के उच्च शिक्षा परिदृश्य को और बेहतर बनाने में मदद करेगी।”
उच्च शिक्षा विभाग के सचिव श्री अमित खरे ने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग की प्रत्येक साल जारी अखिल भारतीय उच्च शिक्षा सर्वेक्षण (एआईएसएचई) की श्रृंखला में यह 10वीं रिपोर्ट है। उन्होंने आगे कहा कि नामांकन, संस्थानों की संख्या औरलैंगिक समानता में निरंतर बढ़ोतरी राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के आलोक में पहुंच, समानता और गुणवत्ता में सुधार की दिशा में हमारे देश के प्रमुख कदम का एक हिस्सा है।
उच्च शिक्षा पर अखिल भारतीय सर्वे रिपोर्ट 2019-20 की प्रमुख विशेषताएं
1. उच्च शिक्षा में कुल नामांकन 2019-20 में 3.85 करोड़ रहा है। 2018-19 में यह 3.74 करोड़ था। इसमें 11.36 लाख (3.04 प्रतिशत) की बढ़ोतरी दर्ज की गई। 2014-15 में कुल नामांकन 3.42 करोड़ रहा था।
2. सकल नामांकन दर (जीईआर), 2019-20 मेंउच्च शिक्षा में नामांकित पात्र आयु वर्गों के छात्रों का प्रतिशत 27.1 प्रतिशत था। 2018-19 में यह 26.3 प्रतिशत और 2014-15 में 24.3 प्रतिशत था।
3. उच्च शिक्षा में लैंगिक समानता सूचकांक (जीपीआई) 2018-19 में 1.00 के मुकाबले 2019-20 में 1.01 रहा। यह पात्र आयु समूह में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं के लिए उच्च शिक्षा में सापेक्ष पहुंच में सुधार के संकेत हैं।
4. 2019-20 में उच्च शिक्षा में छात्र शिक्षक अनुपात 26 है।
5. 2019-20 में: विश्वविद्यालय: 1,043(2 प्रतिशत); कॉलेज: 42,343 (77 प्रतिशत) और स्वचालित संस्थान: 11,779 (21 प्रतिशत)।
6.3.38 करोड़ छात्रों ने स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर के कार्यक्रमों में नामांकन लिया। इनमें सेलगभग 85 प्रतिशत छात्र (2.85 करोड़) मानविकी, विज्ञान, वाणिज्य, इंजीनियरिंग व प्रौद्योगिकी, चिकित्सा विज्ञान और आईटी व कंप्यूटर जैसे छह प्रमुख विषयों में नामांकित थे।
7. 2019-20 में पीएचडी करने वाले छात्रों की संख्या 2.03 लाख है।2014-15 में यह आंकड़ा 1.17 लाख था।
8. शिक्षकों की कुल संख्या 15,03,156है, जिसमें 57.5प्रतिशत पुरुष और 42.5 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं।