अगर आपका बैंक में अकॉउंट है तो हो जाइए सावधान, इस वायरस से बचने के हैं ये उपाय
आपने क्या नेटफ्लिक्स पर आई वेब सीरीज “जामताड़ा” देखा है? इस वेब सीरीज में फिशिंग के धंधे को दिखाया गया है। हालांकि इस वेब सीरीज में कॉलिंग के माध्यम से फिशिंग का कारोबार चलाया जाता है। लेकिन अब टेक्नोलॉजी आगे बढ़ चुका है। इसलिये आपको सतर्क रहने जरूरत है। अगर आपका बैंक एकाउंट पीएनबी और एसबीआई समेत अन्य बैंकों में है तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकती है।
इन दिनों हैकर्स के द्वारा विभिन्न प्रकार से आम लोगों को ठगने का मामला सामने आता रहता है। अब एक नया वायरस के द्वारा फिशिंग के कारोबार को आगे बढ़ाया जा रहा है। यह वायरस आपके फ़ोन में फिशिंग मैसेज के जरिये इंस्टाल किया जाता है। इसके बाद आपके बैंक अकाउंट को हैक करके पैसा निकाल लिया जाता है। ऐसे ही वायरस को लेकर एसबीआई ने अपने ग्राहकों को आगाह किया है। इस वायरस का नाम ” SOVA” है। एसबीआई ने ट्वीट करके जानकारी दी है, “मैलवेयर को अपनी मूल्यवान संपत्ति चोरी न करने दें। हमेशा भरोसेमंद सोर्स से ही भरोसेमंद ऐप डाउनलोड करें। सतर्क रहें।”
Don't let malware steal your valuable assets. Always download the trusted apps from reliable sources only. Stay Alert and #SafeWithSBI#SBI #AmritMahotsav #CyberSafety #CyberSecurity #StayVigilant #StaySafe pic.twitter.com/NwAfUle36V
— State Bank of India (@TheOfficialSBI) September 22, 2022
क्या है SOVA वायरस?
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की माने तो SOVA वायरस एक ऐंड्रॉयड मोबाइल में काम करने वाला ट्रोजन मेलवेयर है। यह वायरस फर्जी बैंकिंग एप्स का इस्तेमाल लोगों के पर्सनल डेटा चुराने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। जब कोई ग्राहक बैंक के आधिकारिक एप्स में लॉगिन करता है और अपना एकाउंट चेक करते है, तो यह वायरस यूजर की सारी जानकारी हासिल कर लेता है। इस वायरस का एक अहम बात यह कि अगर यह एक बार इंस्टाल हो जाये तो यह फिर हटाया नहीं जा सकता है।
आपको क्या करना है?
जैसा कि हमने बताया कि यह मालवेयर एक बार अगर आपके मोबाइल में इंस्टाल हो जाता है तो इसे आप डिलीट नहीं कर सकते हैं तो सबसे पहले आपको सावधानी बरतनी होगी। आपको ध्यान रखना होगा कि आप किसी अनजान लिंक पर क्लिक ना करें। अगर आप कोई एप्स डाउनलोड करना चाहते है तो सिर्फ प्लेस्टोर से ही करें। अगर आप किसी भी एप्स को इंस्टाल करते है तो सबसे पहले उसका रिव्यु देख ले। साथ ही एप्स को इंस्टाल करने से पहले मांगी जाने वाले परमिशन को भी ध्यान से देख ले की ये एप्स क्या क्या परमिशन माँग रहा है।