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आधी रात में भाजपा ने नीतीश कुमार के साथ कर दिया खेल, जदयू विधायकों ने थामा भाजपा का हाथ

बिहार में शुक्रवार को एकतरफ जदयू कार्यालय के बाहर नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का दावेदार बताते हुए बड़े-बड़े पोस्टर और होर्डिंग लगाए गए थे, वहीं दूसरी तरफ रात होते ही भाजपा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ बड़ा खेल कर दिया है। मणिपुर में जदयू के पाँच विधायक भाजपा में शामिल हो गए हैं। गौरतलब है कि मणिपुर में इसी वर्ष विधानसभा चुनाव हुआ था। भारतीय जनता पार्टी दोबारा जीत कर सत्ता में काबिज हुई थी। जदयू ने 38 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से छः सीटों पर जीत दर्ज किया था। भाजपा के इस कदम के बाद जाहिर है कि नीतीश कुमार और अधिक बौखला गए होंगे। इससे पहले अरुणाचल प्रदेश में जदयू के एकमात्र विधायक इसी साल अगस्त के महीने में भाजपा में शामिल हो गए थे।

जदयू बता रहा प्रधानमंत्री पद का दावेदार!

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जदयू 2024 में विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के दावेदार के रूप में पेश कर रहा है। इसी वजह से जदयू कार्यलय के बाहर कई पोस्टर लगाए गए हैं। जिसमें पहले पर लिखा है- प्रदेश में दिखा, देश में दिखेगा और दूसरे पर लिखा है- आश्वासन नहीं, सुशासन। वहीं एक अन्य पोस्टर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तंज कसते हुए लिखा गया “जुमला नहीं, हकीकत”। इन राजनीतिक नारों से यह साफ है कि जदयू के तरफ से नीतीश कुमार को नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रधानमंत्री पद का दावेदार मान लिया गया है। सरकार में उनकी साथ राजद भी इसी पक्ष में दिख रही है। हालांकि कांग्रेस लगातार इस बात को सिरे से खारिज कर रही है। अब देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा के इस वार के बाद प्रधानमंत्री बनने का सपना संजोने वाले नीतीश कुमार का अगला कदम क्या होगा?

चंद्रशेखर राव के बयान पर नीतीश हो गए थे नाराज़!

इसी हफ़्ते तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव बिहार दौरे पर थे। इस दौरान एक ऐसी घटना घटी, जिससे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंच से उठ कर जाने लगे। इसके बाद राव ने उनका हाथ पकड़ कर बैठने को कहा था। दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर सयुंक्त प्रेस वार्ता कर रहे थे। इसी दौरान एक पत्रकार ने राव से पूछा, “क्या वो 2024 में प्रधानमंत्री पद के लिये नीतीश कुमार का नाम आगे करेंगे”। इसका जवाब देते हुए राव ने कहा, “मैं कौन होता हुँ इनका नाम आगे करने वाला, हमें बस भाजपा को देश से बाहर निकालना है।” इतना सुनते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हँसते हँसते अपने कुर्सी से उठे और राव को चलने का इशारा करने लगे। राव ने पहले इशारों में, फिर कुर्ता खिंच कर नीतीश कुमार को बैठने को कहा। इस घटना के बाद भाजपा नेताओं के द्वारा नितीश कुमार पर तंज कसा गया। गौरतलब है कि, जब भी प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होने का सवाल नीतीश कुमार से पूछा जाता है तो वो या तो टाल देते हैं या हंसते-हंसते मना कर देते हैं। लेकिन यह कर कोई जानता है कि नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षा क्या है। वैसे राजनीतिक पंडितों की माने तो बिहार में भाजपा से अलग होने का कारण भी प्रधानमंत्री पद के दावेदारी को ही बताया जा रहा है।