जदयू ने अपने ही नेता आरसीपी सिंह को थमाया नोटिस, अकूत संपत्ति के आरोपों पर मांगा जवाब
बिहार में सत्तारूढ़ जदयू ने अपनी ही पार्टी के नेता व पूर्व सांसद आरसीपी सिंह को नोटिस जारी किया है। इसमें उनसे संपत्तियों के विवरण में विसंगतियों पर जवाब मांगा गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री रामचंद्र प्रसाद सिंह को यह नोटिस बिहार जदयू अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने जारी किया है। इसमें कहा गया है कि सिंह और उनके परिवार के नाम पर 2013-2022 से पंजीकृत अचल संपत्तियों के विवरण में विसंगतियां हैं। इसलिए वे जल्द से जल्द इस नोटिस का जवाब दें।
Does it seem he's still in the party, in wake of his activities? He himself has taken a path where he has assumed that he's not in the party anymore: Upendra Kushwaha when asked if RCP Singh will be expelled from JD(U) in wake of his property issue and party's notice to him pic.twitter.com/JjGyGWjTr5
— ANI (@ANI) August 6, 2022
बता दें, आरसीपी सिंह और सीएम नीतीश कुमार के बीच लंबे समय से अनबन चल रही है। माना जा रहा है कि केंद्र में मंत्री रहते भाजपा से कथित नजदीकी के चलते उन्हें पार्टी लगातार किनारे कर रही है। आरसीपी सिंह को पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री पद भी छोड़ना पड़ा था, क्योंकि उनका राज्यसभा का कार्यकाल खत्म हो गया था।
अकूत संपत्ति जुटाने का आरोप
कुशवाहा द्वारा सिंह को भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि नालंदा जिला जदयू के दो साथियों ने साक्ष्य के साथ शिकायत की है। इसमें कहा गया है कि अब तक उपलब्ध जानकारी के अनुसार आपके एवं आपके परिवार के नाम से वर्ष 2013 से 2022 तक अकूत अचल संपत्ति पंजीकृत कराई गई है। इसमें कई प्रकार की अनियमितताएं नजर आती हैं। आप लंबे समय से जनता के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार के साथ अधिकारी व राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में काम करते रहे हैं। आपको माननीय नेता ने दो बार राज्यसभा का सदस्य, पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव, राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा केंद्र में मंत्री के रूप में कार्य करने का अवसर पूर्ण विश्वास व भरोसे के साथ दिया। आप इस तथ्य से भी अवगत हैं कि माननीय नेता नीतीश कुमार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हैं। इतने लंबे सार्वजनिक जीवन के बावजूद उन पर कभी कोई दाग नहीं लगा और न उन्होंने कोई संपत्ति बनाई। निर्देशानुसार पार्टी आपसे अपेक्षा करती है कि शिकायत का बिंदुवार जवाब दें। कुशवाहा ने नोटिस का तत्काल जवाब देने का भी अनुरोध किया है।