मंगलवार को लगने वाला है चंद्रग्रहण, उज्जैन में 36 घंटों तक दिखेगा ये ग्रहण
मंगलवार को पूर्ण चंद्रग्रहण है लेकिन उज्जैन में यह चंद्रग्रहण मात्र 36 मिनट तक दिखेगा, वह भी आंशिक रूप से। जीवाजी वेधशाला के प्रभारी अधीक्षक डॉ.आर पी गुप्त के अनुसार उज्जैन में चन्द्रोदय सांय 5 बजकर 43 मिनट पर होने के कारण सायं 6 बजकर 19 मिनट तक केवल 36 मिनट ही आंशिक चन्द्रग्रहण का दृश्य दिखाई देगा। इसके बाद ग्रहण का मोक्ष हो जाएगा। केवल ऊंचाई वाले स्थानों से ही यह ग्रहण दिखाई देगा, क्योंकि उज्जैन में आंशिक चंद्रग्रहण उस समय होगा,जब चंद्रोदय का समय रहता है। ऐसे में वह निचाई पर होगा।
पूर्ण चन्द्र ग्रहण इस तरह रहेगा
* ग्रहण का प्रारम्भ दोपहर 2 बजकर 38 मिनट 05 सेकेण्ड पर होगा।
* ग्रहण की मध्य की स्थिति शाम 4 बजकर 29 मिनिट 1 सेकण्ड पर होगी।
* मोक्ष सांय 6 बजकर 19 मिनट 02 सेकेण्ड पर होगा।
मध्य की स्थिति में चन्द्रमा का शत-प्रतिशत भाग पृथ्वी के छाया क्षेत्र में हो जाएगा। वास्तव में पूर्ण चन्द्रग्रहण की स्थिति में चन्द्रमा पृथ्वी के छाया क्षेत्र में होने के कारण मध्यम लाल वर्ण का हो जाता है। ग्रहण की अवधि 04 घण्टे 19 मिनट तक रहेगी। यह ग्रहण जहां उत्तरी एवं दक्षिणी अमेरिका, आस्ट्रेलिया, एशिया, उत्तरी प्रशांत महासागर और हिन्द महासागर में दृश्य होगा, वहीं भारत के पूर्वी भाग (कोलकाता, कोहिमा, पटना, पुरी, रांची, इम्फाल आदि) में चन्द्रोदय पूर्णता समय सायं 5:12 बजे से पूर्व होने कारण यहां पूर्ण चन्द्रग्रहण दिखेगा। शेष सम्पूर्ण भारत में चन्द्रोदय की स्थिति के अनुसार आंशिक चन्द्रग्रहण ही दृश्य होगा।
पूर्ण चन्द्रग्रहण उस समय होता है, जब पृथ्वी, सूर्य और चन्द्रमा, के बीच में आती है, जिससे सूर्य का प्रकाश चन्द्रमा तक नहीं पहुंच पाता। इससे पूर्णता के समय हमें चन्द्रमा मध्यम लाल वर्ण का दिखाई देता है। इस प्रकार होने वाला ग्रहण पूर्ण चन्द्र ग्रहण कहलाता है। चन्द्रग्रहण को हम कोरी आंखों या टेलिस्कोप/बाइनोक्युलर से देख सकते हैं। पूर्वी भारत को छोड़कर देश के अधिकांश भागों में चन्द्रोदय एवं ग्रहण समाप्ति के समय में ज्यादा अंतर न होने के कारण हम अल्प समय के लिए आंषिक चन्द्रग्रहण ही देख सकेंगे। वेधशाला में चन्द्रग्रहण दिखाने की व्यवस्था रहेगी परन्तु ग्रहणकाल केवल 36 मिनट का होने एवं चन्द्रमा को दृश्य स्थिति तक पहंचने में ग्रहण लगभग समाप्ति की स्थिति में होगा।