सांसद महुआ मोइत्रा के विवादित बयान पर ममता बनर्जी की नसीहत, कहा लोगों की भावना को समझें
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के द्वारा माँ काली पर दिए गए बयान के बाद चौतरफा बवाल मचा हुआ है। इस मुद्दे पर पहली बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने महुआ मोइत्रा को नसीहत देते हुए कहा है कि कुछ कहने से पहले लोगों की भावनाओं को समझना चाहिए। हालांकि ममता बनर्जी ने महुआ मोइत्रा का नाम नहीं लिया।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महुआ मोइत्रा का नाम लिए बिना कहा कि काम करते समय हम गलतियां करते हैं, लेकिन उन्हें सुधारा जा सकता है। कुछ लोग अच्छे काम नहीं देखते और अचानक चिल्लाने लगते हैं। नकारात्मकता हमारे मस्तिष्क की कोशिकाओं को प्रभावित करती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हम देखते हैं रोज कुछ न कुछ अच्छे काम भी हो रहे हैं लेकिन मीडिया में कभी उन खबरों को दिखाया नहीं जाता हैं। हालांकि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के द्वारा दिए गए विवादित बयान से टीएमसी ने किनारा कर लिया था। इसके महुआ मोइत्रा ने टीएमसी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट को अनफॉलो कर दिया था।
Hon'ble CM @MamataOfficial, when will you ask @KolkataPolice to issue a lookout notice for @MahuaMoitra for insulting Goddess Maa Kali.
Why do you & your party leaders reserve all the abusive remarks for Hindu deities? https://t.co/iCkudggKdg— Suvendu Adhikari (@SuvenduWB) July 5, 2022
बता दें, महुआ मोइत्रा ने एक कार्यक्रम के दौरान निर्देशक लीना मनिमेकलई का पक्ष लेते हुए माँ काली को मांस खाने वाली और शराब स्वीकार करने वाली देवी बताया था। इसके बाद भाजपा ने ममता बनर्जी से महुआ मोइत्रा पर करवाई करने की भी माँग की थी। महुआ मोइत्रा के खिलाफ़ कई जगहों पर मुकदमा भी दर्ज किया गया है। नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट करके मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सवाल पूछा है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि “माननीय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आप कोलकाता पुलिस को देवी माँ काली का अपमान करने के लिए महुआ मोइत्रा के लिए लुकआउट नोटिस जारी करने के लिए कब कहेंगे? आप और आपकी पार्टी के नेता हिंदू देवताओं के लिए सभी अपमानजनक टिप्पणी क्यों सुरक्षित रखते हैं?