पार्थ चटर्जी पर पहली बार ममता ने तोड़ी चुप्पी, अर्पिता मुखर्जी को पहचानने से किया इनकार
पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ईडी के करवाई पर पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि एक निश्चित समय सीमा के अंदर सच्चाई के आधार पर फैसला दिया जाना चाहिए। अगर कोई दोषी पाया जाता है, तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उन्हें आजीवन कारावास की सजा दी जाती है। साथ ही उन्होंने भरोसा दिलाया है कि कोई भी हतक्षेप नहीं करेगा।
एक निश्चित समय सीमा के अंदर सच्चाई के आधार पर फैसला दिया जाना चाहिए। अगर कोई दोषी पाया जाता है, तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उन्हें आजीवन कारावास की सजा दी जाती है: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और TMC नेता ममता बनर्जी pic.twitter.com/nIyh0T5iC9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 25, 2022
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अगर कोई गलत गतिविधियों में शामिल रहा है, तो हम में से कोई भी हस्तक्षेप नहीं करेगा चाहे वो कितना भी कठोर फैसला क्यों न झेले। हम उनका समर्थन नहीं करेंगे। साथ ही ममता बनर्जी ने अर्पिता मुखर्जी से रिश्ते को भी नकारा है। उन्होंने कहा की, उस महिला के साथ न तो सरकार और न ही पार्टी का कोई संबंध है। मैं इसका उद्घाटन करने के लिए एक दुर्गा पूजा पंडाल गया था। बताया जा रहा है कि वहां एक महिला मौजूद थी। मैंने सुना है कि वह पार्थ की दोस्त है। क्या मैं भगवान हूं यह जानने के लिए कि कौन किसके साथ दोस्त है?
Neither the govt nor the party has any ties with that woman (Arpita Mukherjee)…I had visited a Durga Puja pandal to inaugurate it. Apparently, a woman was present there. I heard she is Partha's (Chatterjee) friend. Am I God to know who is friends with whom?: Mamata Banerjee
— ANI (@ANI) July 25, 2022
बता दें, शिक्षक भर्ती घोटाले में ममता सरकार में मंत्री और टीएमसी के वरिष्ठ नेता पार्थ चटर्जी को इडी ने गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही उनके करीबी माने जाने वाली अर्पिता मुखर्जी के पास से लगभग 21 करोड़ कैश, लाखों विदेशी पैसे सहित कई अन्य चीजें बरामद हुई है। इसके बाद भाजपा लगातार ममता बनर्जी पर हमलावर नज़र आ रही थी। भाजपा लगातार पार्थ चटर्जी के इस्तीफे की माँग की जा रही थी लेकिन ममता बनर्जी चुप्पी साधे हुई थी।