NewsExpress

News Express - Crisp Short Quick News
पीएम मोदी की मीटिंग पर फूटा ममता का गुस्सा, मुझे बोलने भी नहीं दिया

देश में कोरोना वायरस की हालात का जायजा लेने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर के 55 जिलों के अधिकारियों के साथ एक मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शामिल हुई। मीटिंग ख़त्म होने बाद ममता बनर्जी ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इस मीटिंग के दौरान उन्हें बोलने तक नहीं दिया गया। बैठक के बाद मीडिया के सामने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि बैठक में सभी मुख्यमंत्रियों को कठपुतली बनाकर बिठाया गया मगर किसी को कुछ भी बोलने का अवसर नहीं दिया गया। कुछ भाजपा शासित मुख्यमंत्रियों को बोलने दिया गया। हमें बोलने का एक चांस भी नहीं दिया गया। इससे चर्चा के दौरान हम अपमानित महसूस कर रहे थे।

10 राज्यों के जिलाधिकारियों के साथ पीएम मोदी की बैठक में कुछ अन्य मुख्यमंत्रियों के साथ ममता बनर्जी भी शामिल हुई थीं। ममता बनर्जी ने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि मुख्यमंत्रियों को बैठक में इन्वाइट करने के बाद भी उन्होंने न तो हमसे बातचीत की और न ही हमें बोलने दिया। उन्होंने आगे कहा कि कुछ भाजपा के मुख्यमंत्रियों को बोलने दिया गया और फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक छोटा सा भाषण दिया और बैठक समाप्त हो गई। यह एक तरह की कैजुएल मीटिंग थी।

उन्होंने कहा कि हम अपमानित किए गए। पीएम मोदी ने ऑक्सीजन या रेमडेसिविर की समस्या को लेकर कुछ भी नहीं पूछा। पीएम ने ब्लैक फंगस के बारे में भी हमसे कुछ नहीं पूछा। ममता ने आगे कहा कि हम बैठक में बंगाल में वैक्सीन की किल्लत का मुद्दा उठाना चाहते थे और अधिक वैक्सीन की सप्लाई की मांग करना चाहते थे। मगर हमें बोलने ही नहीं दिया गया।

ममता बनर्जी ने इस बात के लिए भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया, जिसमें उन्होंने कहा कि कोरनोा के ताजा मामलों में गिरावट आई है। ममता ने कहा कि पीएम ने दावा किया कि कोरोना वायरस कम हो रहा है। यह दावा पहले भी किया गया था, जिससे मामलों में और इजाफा हुआ। पीएम मोदी इतने असुरक्षित हैं कि उन्होंने हमारी बात भी नहीं सुनी।