राष्ट्रपति चुनाव में कई नेताओं ने सुनी अपनी अंतरात्मा की आवाज़, जमकर हुआ क्रोसवोटिंग
देश के अगले राष्ट्रपति चुनने की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है। 21 जुलाई को इसका परिणाम भी सामने आ जायेगा। माना जा रहा है कि द्रौपदी मुर्मू ही देश की अगली राष्ट्रपति बनेंगी। लेकिन आज राष्ट्रपति चुनाव के मतदान के दौरान जमकर क्रोसवोटिंग हुई है। गुजरात, उत्तर प्रदेश, असम जैसे राज्यों में विपक्ष के द्वारा द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की बात सामने आई है।
गुजरात के एनसीपी नेता कांधल जडेजा ने अपनी पार्टी के खिलाफ जाकर द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है। हालांकि उन्होंने इसका कोई कारण नहीं बताया है लेकिन सार्वजनिक रूप से उन्होंने द्रौपदी मुर्मू को वोट देने की बात कही है। इसके अलावा सपा के भोजपुरा से विधायक शहजील इमाम ने भी द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है। माना जा रहा है वो अखिलेश यादव से खफ़ा हैं। वहीं माना जा रहा है कि सपा प्रमुख के चाचा शिवपाल यादव ने भी द्रौपदी मुर्मू को समर्थन दिया है। हालांकि उन्होंने खुलकर द्रौपदी मुर्मू को समर्थन नहीं दिया लेकिन उन्होंने जिस अन्दाज से यशवंत सिन्हा पर निशाना साधा है, उससे यह आशंका जताई जा रही है की उन्होंने द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है। ओड़िसा के कांग्रेस विधायक मोहम्मद मुकीम ने कहा है कि वो अपनी अंतरात्मा की आवाज़ सुनकर द्रौपदी मुर्मू को वोट देने की बात कही है। असम में बड़े संख्या में विधायकों ने क्रोसवोटिंग की है। एआईयूडीएफ विधायक करीमुद्दीन ने दावा किया है कि कांग्रेस के 20 विधायकों ने क्रोसवोटिंग की है। उन्होंने कहा नतीजों में आपको नंबर पता चल जाएगा।
वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने फिर एक बार द्रौपदी मुर्मू को मूर्ति बताया है। भाजपा ने इसे आदिवासियों और महिला का अपमान बताया है लेकिन फिर भी तेजस्वी अपने बयान पर टिकी हुए हैं। बता दें, माना जा रहा है कि द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति बनने वाली है। भाजपा के द्वारा दावा किया जा रहा है कि द्रौपदी मुर्मू को विपक्ष का भी बड़ी संख्या में मत प्राप्त हुआ है।