वर्ल्ड एथेलेटिक्स चैंपियनशिप में नीरज चोपड़ा ने रचा इतिहास, 19 साल बाद भारत को दिलाई पदक

वर्ल्ड एथेलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत ने इतिहास रच दिया है। भारतीय जेवलिन थ्रोअर और ओलिम्पिक के गोल्ड विजेता नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल जीत कर इस चैंपियनशिप में दूसरा पदक भारत को दिलाया है। पहला पदक तकरीबन 19 साल पहले भारत ने अपने नाम किया था। बता दें, नीरज चोपड़ा ने यह पदक अमेरिका के यूजीन में हो रहे चैंपियनशिप में जीता है।

फाइनल में नीरज के तीन थ्रो फाउल रहे थे। इसमें पहला और आखिरी के दो थ्रो थे। यही वजह रही कि नीरज गोल्ड से चूक गए। नीरज चोपड़ा को चौथे राउंड में इंजुरी हो गई थी। बता दें, वह पट्टी बांधकर मैदान में उतरे थे। इसी वजह से आखिरी दो थ्रो सही नहीं हुए। नीरज ने सिर्फ तीन थ्रो के बदौलत ही सिल्वर मेडल जीत लिया। फाइनल में नीरज ने अपने तीन सफल थ्रो में 82.39 मीटर, 86.37 और 88.13 मीटर दूर भाला फेंका।

90 मीटर की दूरी पर थ्रो करने और टोक्यो ओलंपिक के बाद लगातार बेहतर हुए खेल पर नीरज ने कहा, ‘ओलंपिक के बाद हमने देरी से ट्रेनिंग शुरू की थी। ऐसे में हमे काफी कम समय मिला। मगर जितनी ट्रेनिंग हुई, बढ़िया हुई। थ्रोइंग सेशन में, थ्रो, फिटनेस पर काफी काम किया। 90 मीटर तक थ्रो नहीं हो पा रहा है, लेकिन हर प्रतियोगिता में उम्मीद लगी रहती है। मगर सभी थ्रो 90 मीटर के पास ही हैं। 90 मीटर भी जल्दी होगा। नहीं जानता कब, लेकिन जल्दी होगा। मगर परफॉर्मेंस लगातार अच्छी है। इस बात की खुशी है।’