मेरी जाति के भी नहीं… रिश्तेदारों को नौकरी देने के आरोपों पर बोले बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़

राजभवन में अपने तीन रिश्तेदारों को नौकरी देने के आरोपों का पश्चिम बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ ने खंडन किया है। टीएमसी की सांसद महुआ मोइत्रा ने रविवार को गवर्नर पर ये आरोप लगाए थे, जिस पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने तथ्यों का साथ जवाब दिया है। धनखड़ ने सोमवार को ट्वीट किया कि आरोप तथ्यात्मक रूप से गलत हैं। उन्होंने कहा कि उनके परिवार का कोई भी सदस्य नहीं है। इसके अलावा 4 लोग तो उनकी जाति के ही नहीं हैं। राज्यपाल ने लिखा, ‘महुआ मोइत्रा का यह ट्वीट और मीडिया में बयान कि पर्सनल में स्टाफ में 6 लोगों की जो नियुक्त हुई है, वे मेरे रिश्तेदार हैं। पूरी तरह से गलत है। ओएसडी तीन अलग राज्यों के हैं और 4 अलग-अलग जातियों से आते हैं। इनमें से कोई भी मेरे परिवार का नहीं हैं। यहां तक कि 4 तो मेरे राज्य और जाति के ही नहीं हैं।’

मोइत्रा ने रविवार को कहा था कि यदि राज्यपाल अपने बड़े परिवार के साथ बंगाल से चले जाएं तो स्थिति सुधर जाएगी। जगदीप धनखड़ ने जुलाई 2019 में बंगाल के राज्यपाल के तौर पर प्रभार संभाला था। तब से ही टीएमसी की मुखिया ममता बनर्जी के साथ उनके रिश्तों में अनबन रही है। टीएमसी नेताओं की ओर से कई बार राज्यपाल पर बीजेपी का एजेंट होने और भेदभाव बरतने के आरोप लगाए जाते रहे हैं। वहीं गवर्नर बंगाल में कानून व्यवस्था के मुद्दे और चुनावी हिंसा को लेकर ममता बनर्जी सरकार की कई बार आलोचना कर चुके हैं।


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