ग्रेटा के खिलाफ FIR नहीं, टूलकिट के लेखक पर दर्ज हुआ केसः दिल्ली पुलिस

कृषि कानूनों के मसले पर किसानों का आंदोलन जारी है और अब इसे अलग-अलग जगहों से समर्थन मिल रहा है, बीते कुछ दिन से किसान संगठनों की ओर से 6 फरवरी को होने वाले चक्का जाम की तैयारियां की जा रही हैं. दिल्ली पुलिस का कहना है कि सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग के दौरान टूलकिट मिला है. टूलकिट के लेखक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.

आज तक की एक रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त प्रवीर रंजन ने कहा कि दिल्ली की तीनों बॉर्डर पर किसान आंदोलन चल रहा है. दिल्ली पुलिस सोशल मीडिया को मॉनिटर कर रही है, लगभग 300 सोशल मीडिया हैंडल पाए गए हैं, जिनका इस्तेमाल घृणित और निंदनीय कंटेंट फैलाने के लिए किया जा रहा है. 26 जनवरी की हिंसा पूर्व नियोजित थी.

आज तक के खबर के अनुसार, उन्होंने कहा कि इनका इस्तेमाल कुछ वेस्टर्न इंटरेस्ट ऑर्गनाइजेशनों द्वारा किया जा रहा है, जो किसान आंदोलन के नाम पर भारत सरकार के खिलाफ गलत प्रचार कर रहे हैं. सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग के दौरान टूलकिट मिला है. टूलकिट के लेखक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. FIR में किसी का नाम नहीं है, ये केवल टूलकिट को बनाने वालों के खिलाफ है, जो जांच का विषय है. दिल्ली पुलिस उस मामले की जांच करेगी. प्रवीर रंजन ने साफ कहा कि ग्रेटा थनबर्ग पर एफआईआर नहीं हुई है.

क्या है मामला

पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने किसानों के प्रदर्शन के समर्थन में ट्वीट किया था और लिखा था, ‘हम भारत में किसानों के आंदोलन के प्रति एकजुट हैं.’ इसके साथ ही उन्होंने दूसरे ट्वीट में एक डॉक्यूमेंट शेयर किया, जिसमें भारत सरकार पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने की कार्ययोजना साझा की गई थी और पांच चरणों में दबाव बनाने की बात कही गई. हालांकि बात में उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया.

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