भारत जोड़ो यात्रा के लिए पाकिस्तान जाए राहुल, असम के मुख्यमंत्री हिमंता ने कांग्रेस पर साधा निशाना
भारत के आज़ादी के बाद पहली बार कांग्रेस एक बड़ा राजनीतिक पद यात्रा, जिसका नाम “भारत जोड़ो यात्रा” है, बुधवार से शुरू करने जा रही है। इस दौरान राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर तक यात्रा निकालने जा रहे हैं। इस यात्रा में राहुल गांधी 150 शहरों से होते गुजरेंगे। इस दौरान वो कुल 3600 किलोमीटर की यात्रा करेंगे। अब “भारत जोड़ो यात्रा” को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने तल्ख टिप्पणी की है। उन्होंने राहुल गांधी को यह यात्रा पाकिस्तान से शुरू करने का सलाह दिया है।
पाकिस्तान से यात्रा शुरू करे कांग्रेस: हिमंता
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने इस यात्रा को लेकर कहा, “1947 में कांग्रेस के तहत भारत का विभाजन हुआ था। अब कांग्रेस को ‘भारत जोड़ी यात्रा’ के लिए पाकिस्तान जाना चाहिए। राहुल गांधी को यह यात्रा पाकिस्तान में करनी चाहिए क्योंकि भारत एकजुट है।” हालांकि हिमंता की इस टिप्पणी पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि मैं उनके बयान को गंभीरता से नहीं लेता हूँ। हिमंता ने रमेश के बयान पर भी पलटवार किया है। उन्होंने कहा, “पहले यह बताओ कि जयराम रमेश कौन हैं? क्या वह कोई है जो असम में रहता है? वह कौन है? मुझे पता नहीं है। कांग्रेस के एक नेता का नाम कौन याद रखेगा? जब मैं कांग्रेस में था तब मैं इस तरह के नाम वाले किसी व्यक्ति के बहुत करीब नहीं था। मैं यह भी नहीं जानता कि वह कौन है।”
मैं हिमंता को गंभीरता से नहीं लेता: जयराम रमेश
“भारत जोड़ो यात्रा” पर असम के मुख्यमंत्री के द्वारा की गई टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा, “मैं असम के सीएम को गंभीरता से नहीं लेता, क्योंकि 20-25 साल कांग्रेस का हिस्सा रहने के बाद उन्हें हर दिन अपनी वफादारी साबित करनी होती है। वह हाल ही में बीजेपी में आए हैं, इसलिए उन्हें हर दिन अपमानजनक बयान देने पड़ते हैं।” रमेश ने हिमंता को अपरिपक्व बताते हुए कहा, ” वह केवल अपने नए आकाओं के प्रति अपनी वफादारी साबित करने के लिए बयान देते हैं।”
बता दें, कांग्रेस के लिए यह यात्रा उतना ही अहम माना जा रहा है, जितना राहुल गांधी के लिए। इस यात्रा के द्वारा एकतरफ जहाँ कांग्रेस अपनी खोती जनाधार को वापस एकत्र करने की कोशिश करेगी। तो वहीं 2024 लोकसभा चुनाव के लिए राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के दावेदार के रूप में सशक्त करना। इस यात्रा लगभग पाँच महीने चलने वाली है। राहुल गांधी ने यात्रा के शुरुआत करने से पहले अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के स्मारक पर जाकर नमन किया है।