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पीएफआई से आरएसएस की तुलना पर एसपी ढिल्लो को शो कॉज नोटिस, जदयू नेता ने कहा प्रशासनिक मामला

बिहार की राजधानी पटना के फुलवारीशरीफ से पीएफआई के दो आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो के बयान के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गया है। भाजपा के द्वारा एसपी पर करवाई करने की माँग की जा रही है तो वहीं राजद और जीतनराम मांझी की पार्टी “हम” एसपी के समर्थन में खड़ी हो गई है। अब जदयू के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने भी एसपी का समर्थन किया है। वही आज पटना में पीएफआई के ठिकानों पर पुलिस ने दबिश डाली है।

क्या कहा था मानवजीत ढिल्लो ने?

पीएफआई के दो आतंकियो के गिरफ़्तारी के बाद पटना एसपी मानवजीत सिंह ने प्रेस वार्ता में पीएफआई की तुलना आरएसएस से कर दी थी। उन्होंने कहा था कि जैसी प्रशिक्षण संघ के शाखा में दी जाती थी, वैसी ही शारीरिक प्रशिक्षण पीएफआई में दी जाती है। एसपी के इस बयान के बाद भाजपा आक्रमक हो गई है। हालांकि एसपी ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा की मैंने वही बोला जो गिरफ्तार हुए लोगों से पूछताछ में उन्हें हमें बताया।

एसपी के बयान पर भाजपा हमलावर

एसपी ढिल्लो के बयान के बाद भाजपा ने उन्हें नसीहत दे डाली। भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री और प्रवक्ता निखिल आनंद ने मानवजीत ढिल्लो को इस्तीफा देकर राजनीति करने की बात कही है। निखिल आंनद ने ट्वीट करके कहा कि “IAS-IPS अधिकारियों को राजनीति एवं वैचारिक प्रभाव से ऊपर माना जाता है। पटना एसएसपी का पीएफआई की आरएसएस से तुलना करने वाला बयान शर्मनाक और अत्यंत निंदनीय है। इन अधिकारियों के पास कोई पूर्वाग्रह और पूर्वकल्पित धारणा नहीं होनी चाहिए। वे माफी माँगे और राजनीति करना है तो इस्तीफा दें।”

“राजद” ने एसपी का किया समर्थन

राजद ने एसपी का बचाव करते हुए इतिहास को गवाह बता दिया। राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि “देश में हंसते हुए आग उगलने पर छूट है लेकिन गंभीरता, तार्किक और सच्चाई के साथ देशहित में सरकार से सवाल पूछना और संघी अजेंडे को उजागर करना, दोनों प्रतिबंधित है! इतिहास गवाह है कि भारत RSS को दो बार बैन कर चुका है! उनका चरित्र ही ऐसा है!” वहीं

उपेंद्र कुशवाहा ने कहा ये प्रशासनिक मामला

जदयू के संसदीय दल के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने एसपी के बयान को प्रशासनिक मामला बता कर नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि “यह राजनीतिक नहीं प्रशासनिक मामला है। हम किसी को सही या गलत नहीं कह सकते। उनके सर्विस कोड में क्या सही क्या गलत, यह जिनकी जवाबदेही है वे देखेंगे। सरकार सिस्टम से चलती है और हर चीज पर ध्यान दिया जाता है। यदि कुछ गलत या सही होगा तो अथॉरिटी देखेगी। सर्विस कोड के आधार पर उनके अधिकारी तय करेंगे गलत है या सही। सजा मिलनी चाहिए या नहीं या माफी मिलेगी सब संबंधित अधिकारी देखेंगे।”

बता दें, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पटना दौरे से एक दिन पहले फुलवारीशरीफ से पीएफआई के दो आतंकियो को पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इनके पास से एक डॉक्यूमेंट मिला था, जिसमें 2047 तक भारत को इस्लामिक स्टेट बनाने की बात लिखी गई थी। हालांकि अबतक इस मामले में 26 लोगों को नामजद आरोपी बनाए गए हैं और 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही अन्य की गिरफ्तारी के लिए लगातार विभिन्न ठिकानों पर छापा मारा जा रहा है। वही बिहार एडीजी ने एसपी को शो कॉज नोटिस जारी किया गया है। 24 घंटो में एसपी के बयान पर उनसे जवाब माँगा है।