“ये कहकर किसी को बेवकूफ….”, पाकिस्तान-अमरीकी रिश्ते पर बोले विदेश मंत्री जयशंकर
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक बार फिर अमेरिका को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने अमरीका और पाकिस्तान के रिश्ते पर कड़ी टिप्पणी की है। वाशिंगटन में अमरीकी समुदाय के द्वारा एक कार्यक्रम में रविवार को विदेश मंत्री जयशंकर ने अमेरिका-पाकिस्तान के रिश्ते पर कहा कि यह ऐसा रिश्ता है, जिसने न तो पाकिस्तान की अच्छी सेवा की है और ना ही अमेरिका के हितों की सेवा की है। जयशंकर ने यह टिप्पणी उस सवाल पर किया, जिसमें पाकिस्तान के साथ एफ-16 लड़ाकू विमानों पर अमेरिकी कार्रवाई पर सवाल किया।
For someone to say I'm doing this as it's for counter-terrorism when you're talking of an aircraft like capability of F-16…you're not fooling anybody by saying these. We think countries make their choices based on their own interest: EAM responds to US F-16 package for Pakistan pic.twitter.com/3wPgdCylYY
— ANI (@ANI) September 26, 2022
जयशंकर ने कहा कि “किसी के कहने के लिए कि मैं ऐसा इसलिए कर रहा हूं क्योंकि यह आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए है जब आप F-16 जैसे विमान की बात कर रहे हैं … आप ये कहकर किसी को बेवकूफ नहीं बना रहे हैं। हमें लगता है कि देश अपनी रुचि के आधार पर अपनी पसंद बनाते हैं।”
#WATCH | On US-Pakistan relationship, EAM Dr S Jaishankar says, "….Very honestly, it's a relationship that has neither ended up serving Pakistan well nor serving American interests. So, it's for US to reflect what are the merits of this relationship…"
(Source: EAM's FB page) pic.twitter.com/qSfih6pdQ5
— ANI (@ANI) September 26, 2022
बता दें, कुछ ही हफ्ते पहले, 2018 के बाद पहली बार, अमेरिकी विदेश विभाग ने 450 मिलियन अमरीकी डालर की लागत से पाकिस्तान वायु सेना के F-16 बेड़े और उपकरणों की स्थिरता के लिए पाकिस्तान सरकार को एक विदेशी सैन्य बिक्री को मंजूरी दी है। इसी पर विदेश मंत्री जयशंकर ने यह टिप्पणी की है। इसके अलावा एक भारत-अमेरिकी समुदाय के द्वारा आयोजित अन्य कार्यक्रम में जयशंकर ने अमेरिकी मीडिया पर भारत से पक्षपात करने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, ”मैं मीडिया को देखता हूं। आपको पता है कि कुछ अखबार हैं जिन्हें आप जानते हैं, वास्तव में, वे क्या लिखने जा रहे हैं, जिसमें इस शहर का एक समाचार पत्र भी शामिल है।” उनका निशाना वाशिंगटन पोस्ट अखबार पर था।