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स्टार्टअप-20 की उद्घाटन बैठक हैदराबाद में शानदार सफलता के साथ संपन्न

जी-20 की भारतीय अध्यक्षता के अंतर्गत शुरू किए गए एक नए इंगेजमेंट ग्रुप ‘स्टार्टअप-20’ की बहुप्रतीक्षित स्थापना बैठक हैदराबाद के ताज कृष्णा में शानदार सफलता के साथ संपन्न हुई।

स्टार्टअप-20 इंडिया के अध्यक्ष डॉ. चिंतन वैष्णव ने गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए इस सत्र की शुरुआत की। इस सत्र के दौरान सम्मानित अतिथियों द्वारा मुख्य भाषण दिया गया। इसमें “वैश्विक चुनौतियों को हल करने के लिए राह बनाता इनोवेशन” विषय पर खास ध्यान केंद्रित किया गया। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने एक वर्चुअल संबोधन दिया। उन्होंने स्टार्टअप-20 जैसे मंच के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि, “मैं स्टार्टअप-20 समूह को एक ऐसे शक्तिशाली निकाय के रूप में देखता हूं जो दुनिया भर के स्टार्टअप्स को मान्यता और पहचान दिला सकता है। मुझे पूरा भरोसा है कि अगले कुछ दिनों की चर्चा के बाद हम वैश्विक नेताओं के लिए एक मजबूत एजेंडा बनाएंगे और एक स्टार्टअप क्रांति की लौ जगाएंगे।”

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उद्धृत करते हुए उन्होंने कहा, “दृढ़ संकल्प और समान विचारधारा वाले लोगों का एक छोटा समूह इतिहास की धारा मोड़ सकता है।”

उन्होंने आगे कहा, “मुझे पूरा यकीन है कि अगले कुछ दिनों की चर्चा वैश्विक नेताओं को एक मजबूत एजेंडा मुहैया कराएगी और एक स्टार्टअप क्रांति पैदा करेगी।”

संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी ने अपने संबोधन में कहा कि स्टार्टअप्स के मामले में भारत विश्व में तीसरे स्थान पर आता है, जहां नए-नए आइडिया भविष्य के परिवर्तनों को आकार दे रहे हैं। रेड्डी का मानना था कि स्टार्टअप अगले 20 वर्षों में भारत की जीडीपी को बढ़ावा देंगे।

उन्होंने कहा, “आज भारत में वैश्विक लिहाज से स्टार्टअप की तीसरी सबसे बड़ी संख्या है। भारतीय स्टार्टअप जबरदस्त विचारों के साथ दखल दे रहे हैं और भविष्य को आकार देने में अपना वक्त और ऊर्जा लगा रहे हैं। हमारा मानना है कि स्टार्टअप अगले 20 वर्षों में भारत की जीडीपी ग्रोथ को आगे बढ़ाएंगे।”

वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने बात की कि स्टार्टअप्स वैश्विक अर्थव्यवस्था के चालक हैं। इसमें एक्सीलरेटर्स, इन्क्यूबेटर्स, स्टार्टअप्स और सरकारी एजेंसियों सहित हितधारकों के बीच एक सहयोगी नेटवर्क बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जाए, ताकि स्टार्टअप्स की ग्रोथ को समर्थन दिया जा सके और कार्रवाई योग्य जानकारियां तैयार की जा सकें।

उन्होंने कहा, “आज यहां पर हमारा लक्ष्य स्टार्टअप पॉलिसी के ढांचों के लिए एक विज़न पर विचार-विमर्श करना है। जैसे कि बेहतर सहयोग को सक्षम करने के लिए एक्सीलरेटर्स, इन्क्यूबेटर्स, स्टार्टअप संस्थापकों, सरकारी एजेंसियों आदि सब हितधारकों के इंटरसिस्टम का निर्माण करना। हम प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करना चाह रहे हैं। ताकि स्टार्टअप्स के सुनहरे युग को लाया जा सके और कार्रवाई योग्य जानकारियां तैयार की जा सकें।”

सभा को संबोधित करते हुए भारत के जी-20 शेरपा अमिताभ कांत ने वैश्विक मुद्दों का समाधान करने में स्टार्टअप्स के महत्व पर बात की। उन्होंने कहा, “कई चुनौतियों के बावजूद हमारे पास एक मौका है। और, मुझे लगता है कि संकट के बीच सबसे बड़ी चुनौती टेक्नोलॉजिकल डिसरप्शन करना और इनोवेशन करना है। ये स्टार्टअप एंगेजमेंट ग्रुप इस जी-20 आंदोलन में भारत का इनोवेशन है। ये पहला एंगेजमेंट ग्रुप है जो टेक्नोलॉजी, इनोवेशन और मूवमेंट की शुरुआत करता है। ये भारत के इस दृढ़ विश्वास से पैदा हुआ है कि दुनिया को ज्यादा से ज्यादा प्रौद्योगिकी की जरूरत है। दुनिया को और ज्यादा डिसरप्शन की जरूरत है। और दुनिया को ऐसे युवा उद्यमियों की जरूरत है जो मंदी के मौजूदा ट्रेंड से इस दुनिया को बाहर निकाल सके।”

नीति आयोग के सीईओ परमेश्वरन अय्यर ने अपने संबोधन में एक प्रमुख इनोवेटर के तौर पर भारत के दर्जे पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “ये शून्य का लोगो भारत का योगदान रहा है क्योंकि नवाचार भारतीय सभ्यता और संस्कृति के केंद्र में रहा है। स्टार्टअप्स का ये विस्फोट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस विजन से प्रेरित है कि भारत में स्टार्टअप्स की इस कहानी को जी-20 प्रेसीडेंसी और विश्व पटल पर रखा जाए।”

उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के सचिव अनुराग जैन ने अपने संबोधन में जी-20 प्रेसीडेंसी और स्टार्टअप-20 की स्थापना के पीछे भारत के विज़न का जिक्र किया।

उन्होंने कहा, “हमने वसुधैव कुटुम्बकम के अपने प्राचीन भारतीय दर्शन के आधार पर इस थीम को चुना है। इसका मूल अर्थ है कि पूरी दुनिया एक परिवार है और हम इस दर्शन को आत्मसात करते हैं। हम समझते हैं कि हम सभी एक परिवार के रूप में काम करने के लिए एक साथ आए हैं। स्टार्टअप-20 एक नई उपलब्धि है और डीपीआईआईटी में हम जी-20 और स्टार्टअप इकोसिस्टम के बीच एक लिंक प्रदान करने के लिए दोनों समूहों के साथ समन्वय कर रहे हैं।”

स्टार्टअप-20 एंगेजमेंट ग्रुप के उद्घाटन सत्र का समापन उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग की संयुक्त सचिव श्रुति सिंह की समापन टिप्पणियों के साथ हुआ।

इसके बाद डॉ. वैष्णव ने स्टार्टअप-20 की टास्क फोर्स का परिचय दिया और उसका संदर्भ बताया। साथ ही परिषद अध्यक्षों से जो नतीजे अपेक्षित हैं उनके बारे में बताया। इसके बाद वैश्विक स्टार्टअप क्रांति सत्र आयोजित किया गया, जिसके दौरान अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने अपने-अपने देशों में स्टार्टअप इकोसिस्टम पर चर्चा की।

टी-हब और तेलंगाना इनोवेशन एंड स्टार्टअप इमर्शन के लिए भ्रमण का आयोजन किया गया। यहां तेलंगाना सरकार के प्रधान सचिव जयेश रंजन द्वारा मुख्य भाषण दिया गया। पहले दिन का समापन ताज फलकनुमा पैलेस में एक भव्य रात्रिभोज के साथ हुआ। इसमें पेरिनी नाट्यम, भरतनाट्यम, भांगड़ा आदि भारत की विरासत और संस्कृति से जुड़े परफॉर्मेंस भी हुए।

इसी तरह इस स्थापना बैठक का दूसरा दिन ताज कृष्णा में डॉ. वैष्णव द्वारा पहले दिन का रीकैप देने के साथ शुरू हुआ। इसके बाद पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा और योरस्टोरी की संस्थापक और सीईओ श्रद्धा शर्मा ने संबोधन दिए। ये संबोधन भारत में स्टार्टअप इकोसिस्टम के जरिए इनकी निजी कहानियों और यात्रा पर केंद्रित रहे।

इसके बाद डॉ. वैष्णव ने स्टार्टअप20एक्स को लॉन्च करने के लिए अभिनेता सुनील शेट्टी को आमंत्रित किया। इसे स्टार्टअप-20 एंगेजमेंट ग्रुप के तहत भी शामिल किया गया है। स्टार्टअप20एक्स को लॉन्च किया गया है ताकि नेताओं, उद्यमियों, इनवेटर्स, दूरदर्शियों, शिक्षकों, इनक्यूबेशनन पेशेवरों, महिलाओं, युवाओं, कारीगरों, कलाकारों, कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों को एक साथ लाया जा सके, जहां अपने अनुभवों और सर्वोत्तम प्रथाओं पर चर्चा कर सकें। ये सम्मेलन और वार्ता श्रंखलाएं स्टार्टअप-20 एंगेजमेंट ग्रुप और टास्क फोर्स चर्चाओं के दौरान कुशल नीति निर्माण को सक्षम बनाएंगी।

स्टार्टअप20एक्स के महत्व और विशिष्टता पर प्रकाश डालते हुए डॉ. वैष्णव ने कहा, “हमारा दृढ़ विश्वास है कि स्टार्टअप20एक्स एक ऐसा मंच है जो स्टार्टअप्स के लिए नीति निर्माण को स्वयं स्टार्टअप्स के हाथों में रखता है। ये इस चीज का लोकतंत्रीकरण कर देगा कि इनोवेशन इकोसिस्टम में क्या चलेगा और इसे विश्व पटल पर रखेगा।”

इसके बाद प्रतिनिधियों ने प्रत्येक टास्कफोर्स के उद्देश्यों और डिलिवरेबल्स पर गोलमेज चर्चा की। यहां प्रत्येक प्रतिभागी ने एक ऑनलाइन फॉर्म के माध्यम से अपनी राय और चर्चा दर्ज की। इसके बाद तीन टास्कफोर्स के लिए अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडलों के लिए नॉमिनेशन हुए। दोपहर के भोजन से पहले डॉ. वैष्णव की समापन टिप्पणी के साथ सत्र का समापन हुआ।

नेटवर्किंग लंच के बाद देश के प्रतिनिधिगणों ने ताज कृष्णा के गार्डन रूम में स्टार्टअप-20 पर एक बंद कमरे में हुए सत्र में हिस्सा लिया। इसके बाद अतुल्य भारत लाइट एंड साउंड शो के लिए हुसैन सागर झील और गोलकुंडा किले का सांस्कृतिक भ्रमण किया गया। स्थापना बैठक का दूसरा दिन ताज कृष्णा, हैदराबाद में प्रतिनिधिमंडल के रात्रिभोज के साथ संपन्न हुआ।

2023 में भारत की जी-20 प्रेसीडेंसी के तहत स्टार्टअप-20 एंगेजमेंट ग्रुप की शुरुआत की गई है। इस समूह का उद्देश्य है – स्टार्टअप्स का समर्थन करने और स्टार्टअप्स, कॉरपोरेट्स, निवेशकों, इनोवेशन एजेंसियों और इकोसिस्टम के अन्य प्रमुख हितधारकों के बीच तालमेल को सक्षम करने के लिए एक ग्लोबल नैरेटिव निर्मित करना। इस इंगेजमेंट ग्रुप में तीन टास्कफोर्स शामिल हैं – फाउंडेशन एवं गठबंधन, वित्त, और समावेशन एवं स्थिरता, जहां जी-20 देशों में स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए कुशल नीतिगत ढांचे पर चर्चा करने के लिए तमाम प्रतिनिधि एक साथ आएंगे।

स्टार्टअप-20 की स्थापना बैठक घटनाओं की एक श्रंखला शुरू करना चाहती है ताकि स्टार्टअप्स का समर्थन करने और स्टार्टअप्स, कॉरपोरेट्स, निवेशकों, नवाचार एजेंसियों और इकोसिस्टम के अन्य प्रमुख हितधारकों के बीच तालमेल को सक्षम करने के लिए एक ग्लोबल नैरेटिव बनाया जा सके। इसका प्राथमिक उद्देश्य एक सहयोगी और दूरंदेशी तरीके से ग्लोबल स्टार्टअप इकोसिस्टम को सुसंगत बनाना है।

इस समूह का उद्देश्य जी-20 सदस्य देशों के स्टार्टअप्स को एक साझा मंच प्रदान करना है ताकि वे साथ आ सकें और सक्षमकर्ता की क्षमता के निर्माण, फंडिंग गैप की पहचान, रोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी, एसडीजी लक्ष्यों की प्राप्ति और जलवायु की मजबूती और एक समावेशी इकोसिस्टम के विकास के रूप में एक्शन लेने योग्य मार्गदर्शन विकसित कर सकें।