लगातार हो रहे विरोध के बाद कार्तिक सिंह से क़ानून मंत्रालय छिना गया, ये होंगे बिहार के नए क़ानून मंत्री!

बिहार में जब से महागठबंधन की सरकार बनी है, तब से कोई न कोई विवाद खड़ा हो रहा है. यही कारण है की मंत्रीमंडल के गठन के महज़ एक महीने बाद ही मंत्रीयों का फेरबदल किया गया है. कार्तिक सिंह से क़ानून मंत्रालय वापस ले लिया गया है. अब बिहार के नए क़ानून मंत्री शमीम अहमद को बनाया गया है. वहीं कार्तिक सिंह को गन्ना मंत्रालय सौंपा गया है. माना जा रहा है कि यह फ़ैसला इसलिए लिया गया क्योंकि कार्तिक सिंह पर अपहरण का मामला दर्ज है और वो बाहुबली अनंत सिंह के करीबी भी माने जाते हैं. कार्तिक सिंह को क़ानून मंत्री बनाये जाने पर नीतीश कुमार की चौतरफ़ा आलोचना हो रही थी.

वहीं सरकार के इस फ़ैसले के बाद भाजपा नीतीश कुमार पर हमलावर हो गई है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल ने विडियो जारी करके कहा कि “आज कार्तिकेय सिंह का विभाग बदल दिया गया. यह नीतीश जी की नई जीरो टॉलरेंस नीति है कि फंसाते भी हम है, बचाते भी हम है. हम ही लालू, तेजस्वी, अनंत सिंह, आनंद मोहन को फंसाएंगे और जब हमारे शरण में आ जाइएगा तो हम ही बचाएंगे. इसी बचाने के तहत वो जानते है एक अपराधी को विधि मंत्री बनाया था.”

साथ ही भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अरविंद सिंह ने बिहार सरकार पर आरोप लगाते हुए कार्तिकेय सिंह का विभाग बदलकर नीतीश कुमार जी ने सिर्फ जनता का आई वॉश करने का काम किया है. साथ ही उन्होंने ट्वीट करके लिखा है कि “बेबस और लाचार हूँ, मैं ही नीतीश कुमार हूँ, कुर्सी के लिए बेकरार हूँ, मैं ही नीतीश कुमार हूँ।” बता दें, जब कार्तिक सिंह को क़ानून मंत्री बनाया गया था तब से लगातार भाजपा महागठबंधन सरकार पर हमलावर थी. राज्यसभा सांसद सुशील मोदी भी लगातार जंगलराज का आरोप लगा रहे थे.

ग़ौरतलब है कि, कार्तिक सिंह राजद से एमएलसी हैं. उन्हें मास्टर कार्तिक के नाम से भी जाना जाता है. कार्तिक सिंह पर अपहरण का मामला न्यायालय में चल रहा है. इसके अलावा भी सरकार में कई मंत्रीयों पर गंभीर आरोप दर्ज है. इसी कारण भाजपा हर रोज़ नीतीश कुमार पर आरोप लगा रहे हैं. हलांकि जदयू-राजद के तरफ़ से इस फेरबदल पर कोई भी टिप्पणी नहीं किया गया है.