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उतर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय (एमडीओएनईआर) ने आगामी उतर पूर्वी वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन के लिए भारत के द्विपक्षीय मंडलों एवं व्यापार संघों के साथ नई दिल्‍ली के विज्ञान भवन एनेक्‍सी में एक राउंड टेबल बातचीत का आयोजन किया

आगामी उतर पूर्वी वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन 2023 के मद्देनजर उतर पूर्वी क्षेत्र में व्यापार एवं निवेश के अवसरों का पता लगाने के लिए उतर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय (एमडीओएनईआर) के संयुक्‍त सचिव श्री हरप्रीत सिंह ने आज नई दिल्‍ली के विज्ञान भवन एनेक्‍सी में भारत के द्विपक्षीय मंडलों एवं व्यापार संघों के साथ एक राउंड टेबल बातचीत की अध्यक्षता की।

इस राउंड टेबल बातचीत में अमेरिका, सार्क, यूरोपीय संघ, आसियान, कनाडा, संयुक्त अरब अमीरात, दुबई, जापान और फिनलैंड सहित 12 मंडलों/ संघों और 2 दूतावासों/ उच्चायोगों की सक्रिय भागीदारी देखी गई।

संयुक्त सचिव ने इस बात पर प्रकाश डाला कि उतर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय (एमडीओएनईआर) अगस्त, 2023 में दिल्ली में पहले ‘नॉर्थ ईस्ट ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ यानी उतर पूर्वी वैश्विक निवेशक शिखर सम्‍मेलन का आयोजन कर रहा है। इसमें इन्वेस्ट इंडिया और फिक्की को क्रमशः इन्‍वेस्‍टमेंट फैसिलिटेशन पार्टनर और उद्योग पार्टनर के रूप में शामिल किया गया है।

इस शिखर सम्मेलन से पहले कई गतिविधियां आयोजित की जाएंगी जिनमें पूर्वोत्तर राज्‍यों में राउंड टेबल बातचीत (अप्रैल से मई) और मुंबई (29 मई), बांग्‍लादेश के ढाका (13 जून), हैदराबाद (23 जून) एवं कोलकाता (10 जुलाई) में रोड शो शामिल हैं। इन रोड शो के एजेंडे में भारत के आठ पूर्वोत्तर राज्यों में निवेश के अवसरों पर ध्यान केंद्रित करते हुए बी2बी एवं बी2जी बैठक, राउंड टेबल सम्मेलन और पैनल चर्चा शामिल हैं। यह शिखर सम्मेलन जिन क्षेत्रों पर केंद्रित होगा उनमें पर्यटन एवं आतिथ्य सेवा, कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण, कपड़ा, हथकरघा एवं हस्तशिल्प, फार्मास्यूटिकल्स, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा एवं कौशल विकास, आईटी/ आईटीईएस, मनोरंजन, खेल, चाय, ऊर्जा आदि शामिल हैं।

संयुक्‍त सचिव ने कहा कि यह कार्यक्रम उतर पूर्वी क्षेत्र के कारोबार एवं व्‍यापार परिवेश में सुधार लाने के लिए पारस्परिक तौर पर लाभकारी साझेदारी करने के लिए चुनिंदा दूतावासों, कारोबारी समुदायों, वित्तीय संस्थानों और संबंधित सरकारी हितधारकों के बीच व्यापक सहयोग के लिए एक मंच उपलब्‍ध कराएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि फोकस केवल शिखर सम्मेलन पर ही नहीं बल्कि ठोस नतीजे पर है जो शिखर सम्मेलन के बाद सामने आएंगे। उन्होंने इस शिखर सम्मेलन को जबरदस्‍त सफल बनाने के लिए प्रतिनिधिमंडलों से आग्रह किया कि वे पारस्परिक तौर पर लाभकारी साझेदारी में सक्रिय तौर पर भाग लें।

व्‍यापार मंडलों और संघों ने मौजूदा निवेश, द्विपक्षीय आर्थिक तालमेल बढ़ाने के लिए आवश्‍यक आउटरीच और निवेश परिवेश में सुधार लाने के लिए सुझाव पर विचार-विमर्श किया। उन्‍होंने तैयारियों को मजबूती देने और इसे सभी हितधारकों के लिए कहीं अधिक व्यापक बनाने के लिए कार्यक्रम के प्रस्तावित ढांचे पर अपने विचारों एवं सुझावों को भी साझा किया।

मंत्रालय के अधिकारियों ने भाग लेने वाले प्रतिनिधिमंडलों से प्राप्त सुझावों/ फीडबैक का स्वागत किया और उसे नोट किया। पूर्वोत्‍तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के संयुक्त निदेशक श्री पौसियांगमुआंग तुंगलुट ने प्रतिनिधियों को धन्यवाद देते हुए आश्‍वस्‍त किया कि शिखर सम्मेलन से पहले और उसके बाद तक मंत्रालय के साथ-साथ इन्वेस्ट इंडिया और फिक्की के साथ तालमेल लगातार बरकरार रहेगा।