फिर विवादों में घिरी यूपी पुलिस, घर में दबिश के दौरान लड़की की मौत
यूपी के चंदौली जिले में सैय्यदराजा थाना क्षेत्र में घर के अमदर दबिश के दौरान एक लड़की की मौत हो गई थी। इस मामले में सोमवार को थाने के निलंबित एसएचओ समेंत 6 पुलिसकर्मियों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मुकदमा भी दर्ज किया गया है।
एसपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि जिस लड़की की मौत हुई थी, उसकी पोस्टमॉर्टम में “लड़की के गले में खरोंच और बाएं जबड़े में चोट के निशान पाए गए हैं। मौत की वजह साफ नहीं है। कोई भी बाहरी और अंदरुनी चोट नहीं है। विसरा को फोरेंसिंक जांच के लिए भेजा गया है। उसकी रिपोर्ट के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा।” पुलिस अधीक्षक ने बताया, ‘‘मृत युवती के शव का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के पैनल से करवाया गया, जिसकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई गई है।
उधर, लड़की के पिता ने सोमवार को पुलिस के दावों पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, “हमारे लड़के को कोतवाल साहब पकड़कर ले गए। उसको थाने में बंद कर दिया। रविवार सुबह उसका चालान कर दिया। बाद में पुलिस घर में आई और बेटियों को मारा। इसमें बड़ी बेटी की मौत हो गई। छोटी बेटी की हालत खराब है।” बताया जा रहा है कि युवती की अगले महीने शादी होने वाली थी।
आपको बता दें कि चन्दौली के सैयदराजा थाना क्षेत्र के मनराजपुर गांव में पुलिस रविवार को एक बालू कारोबारी को पकड़ने के लिए उसके घर पहुंची थी। आरोप है कि पुलिस ने कारोबारी के घर पर नहीं मिलने पर उसके परिजनों से मारपीट की। इस पर परिजनों ने एक पुलिसकर्मी पर घटना के दौरान कारोबारी की 24 साल की बेटी से बलात्कार किया और पुलिस कि मारपीट और जोर-जबर्दस्ती के कारण उसकी मौत हो गई।
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले पर पुलिस द्वारा जाति के आधार पर जानबूझकर की गई वारदात को करार दिया है और कहा कि आरोपी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए।