हम पीएम मोदी के बैठक में उम्मीद लेकर गए थे लेकिन खाली हाथ लौटआए: युसूफ तीरगामी
जम्मू-कश्मीर में सीपीआईएम के नेता और पूर्व विधायक युसूफ तीरगामी ने पत्रकारों के दिए गए एक साक्षात्कार में कहा कि कश्मीर मुद्दे पर कोई हल नहीं निकला। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद लेकर आए थे कि लोगों के लिए कुछ लेकर जाएंगे लेकिन खाली हाथ जा रहे हैं। हम प्रधानमंत्री की बुलाई बैठक में चुनाव मांगने के लिए नहीं आए। भारत के संविधान हमारे लिए जो अधिकार तय किए थे हम उनकी बहाल करने के लिए आए थे। जो हमसे पूछे बिना लिया गया। चुनाव से हमें इनकार नहीं है लेकिन लोगों की मांग का क्या होगा। कोई आश्वासन नहीं मिला ।
हम प्रधानमंत्री की बुलाई बैठक में चुनाव मांगने के लिए नहीं आए। भारत के संविधान हमारे लिए जो अधिकार तय किए थे हम उनकी बहाल करने के लिए आए थे। जो हमसे पूछे बिना लिया गया। चुनाव से हमें इनकार नहीं है लेकिन लोगों की मांग का क्या होगा। कोई आश्वासन मिला नहीं: CPI-M नेता युसुफ तारीगामी pic.twitter.com/qqoNx9EZwK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 26, 2021
सीपीएम नेता ने कहा, अगर सरकार वाकई इलेक्टोरल एक्सरसाइज को क्रेडिबल बनाना चाहती है, जिसमें लोग अपनी मर्जी से शिरकत करें तो कम से कम पूर्ण राज्य का दर्ज़ा जरूरी है। जो हमारा राज्य का दर्ज था उसे बहाल करें।
माकपा नेता और पीएजीडी के संयोजक मोहम्मद यूसुफ तारीगामी ने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ बैठक में जो भी बोला खुलकर बोला। हरेक ने अपने दिल की बात कही। मोदी भी खुलकर बोले। मैं जम्मू कश्मीर की दिल्ली से दूरी और दिल से दूरी को कम करना चाहता हूं। हमने शिकायत करते हुए कहा कि आपने यह जो बैठक बुलाई, काश चार अगस्त 2019 को बुलाई होती तो हम सभी पुनर्गठन के मुद्दे पर अपनी राय देते। हम अपने प्रधानमंत्री से मिलने गए थे, हम अपने संविधान की बात कर रहे थे, हम वहां पाक की वकालत करने नहीं गए थे।