कांग्रेस ने असम और नार्थईस्ट में कुछ काम नहीं किया: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरूवार को असम में कई प्रोजेक्ट को हरी झंडी दिखाई। प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से महाबाहु-ब्रह्मपुत्र योजना का शुभारंभ किया और दो पुलों (धुबरी फूलबारी पुल और मजुली पुल) की आधारशिला रखी। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद से असम में कांग्रेस की पूर्व सरकारों ने कुछ काम नहीं किया, असम को अपने हाल पर छोड़ दिया गया। असम का विकास इस सरकार की प्राथमिकता है और हम इसके लिए प्रतिबद्ध है।
नरेंद्र मोदी ने कहा गुलामी के कालखंड में भी असम देश के सम्पन्न और अधिक राजस्व देने वाले राज्यों में से था। कनेक्टिविटी का नेटवर्क असम की समृद्धि का बड़ा कारण था। आजादी के बाद इस इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाना जरूरी था, लेकिन कांग्रेस ने इसे अपने ही हाल पर छोड़ दिया। अब असम का विकास प्राथमिकता में भी है, इसके लिए दिन रात प्रयास भी हो रहा है। बीते 5 वर्षों में असम की मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी को फिर से स्थापित करने के लिए एक के बाद एक कदम उठाए गए हैं।
Working towards #AatmanirbharAssam. Watch. https://t.co/XEBMvejwaX
— Narendra Modi (@narendramodi) February 18, 2021
असमवासियों की वर्षों पुरानी मांग आज भूमिपूजन के साथ ही पूरी होनी शुरू हुई
धुबरी फूलबारी पुल को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि असम और मेघालय के बीच की दूरी सड़क मार्ग से लगभग 250 किलोमीटर है। भविष्य में, यह केवल 19-20 किलोमीटर होगा। यह पुल अन्य देशों को यातायात के अंतरराष्ट्रीय आवागमन के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि असमवासियों की वर्षों पुरानी मांग आज पुल के भूमिपूजन के साथ ही पूरी होनी शुरू हो गई है। कालीबाड़ी घाट से जोरहाट को जोड़ने वाला 8 किमी का ये पुल मजूली के हजारों परिवारों की जीवन रेखा बनेगा। ये ब्रिज आपके लिए सुविधा और संभावनाओं का सेतु बनने वाला है।
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