राहुल गांधी के गार्ड-पीए लेते हैं फैसले, जाते-जाते गुलाम नबी आजाद ने निकाली भड़ास
कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे गुलाम नबी आजाद ने आज पार्टी के कामकाज की आलोचना करते हुए इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपनी पार्टी पर पांच पन्नों का लेटर बम भी गिराया है। इसमें उन्होंने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला है। आजाद ने देश की सबसे पुरानी पार्टी की आज की स्थिति के लिए उन्हें ही जिम्मेदार ठहराया है।
"Worse still the 'remote control model' that demolished institutional integrity of UPA govt now got applied to INC. While,you're just a nominal figure heard all the important decisions were being taken by Shri Rahul Gandhi or rather worse his security guards & PAs," GN Azad says.
— ANI (@ANI) August 26, 2022
गुलाम नबी आजाद ने अपने पत्र में गांधी परिवार के युवा नेता राहुल गांधी की तीखी आलोचना की, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से लेकर सोनिया गांधी तक गांधी परिवार से रहे अपने करीबी संबंधों का उल्लेख करते हुए उनकी नेतृत्व क्षमता की सरहाना की है।
राहुल गांधी को बताया अपरिपक्व नेता
सोनिया गांधी के नाम लिखी इस चिट्ठी में गुलाम नबी आजा ने कहा है कि राहुल गांधी की राजनीति में एंट्री और विशेष रूप से जनवरी 2013 के में उन्हें पार्टी का उपाध्यक्ष बनाने के बाद पार्टी में पहले से मौजूद पूरे परामर्श तंत्र को ध्वस्त कर दिया गया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की अपरिपक्वता का सबसे ज्वलंत उदाहरण उनके द्वारा मीडिया की चकाचौंध में एक सरकारी अध्यादेश को फाड़ देना था।
2019 के बाद और खराब हुए कांग्रेस के हालात
आजाद ने आगे कहा, ”2019 के चुनाव के बाद से पार्टी के हालात और खराब ही हुए हैं। पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों का अपमान करने से पहले कार्यसमिति की बैठक में राहुल गांधी ने हड़बड़ी में पद छोड़ दिया और आपने (सोनिया गांधी) अंतरिम अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया।”
राहुल के गार्ड और पीए लेते हैं निर्णय
आजाद ने यूपीए की सरकार को रिमोट कंट्रोल से चलने वाली सरकार करार दिया है। उन्होंने कहा, ”इससे भी बुरी बात यह है कि यूपीए सरकार की संस्थागत अखंडता को ध्वस्त करने वाला ‘रिमोट कंट्रोल मॉडल’ अब भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में लागू हो गया है। आप केवल एक नाममात्र व्यक्ति हैं। सभी महत्वपूर्ण निर्णय राहुल गांधी या उनके सुरक्षा गार्ड और फिर उनके पीए द्वारा लिए जा रहे हैं।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के ऐसे हालात हो गए हैं कि अब पार्टी का नेतृत्व संभालने के लिए खुद को परदे के पीछे खड़ा किया जा रहा है।